Fake Invoice से बचने के लिए सावधान रहे और देखे व्यापारी की रेटिंग
News By : Vimal Kumar
आगरा। लघु उद्योग भारती की ओर से ताज रोड स्थित क्लार्क शिराज में वस्तु एवं सेवाकर पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि लघु उद्योग निगम लिमिटेड के उपाध्यक्ष राकेश गर्ग, विशिष्ट अतिथि एस जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड वन अजय कुमार सिंह, एडिशनल कमिश्नर ग्रेड टू सर्वजीत सिंह, सयुक्त आयुक्त रवि शेखर, प्रमोद दुबे, लघु उद्योग भारती के जिलाध्यक्ष भुवेश अग्रवाल, महामंत्री विजय गुप्ता, कोषाध्यक्ष जतिन अग्रवाल और संयोजक सीए निखिल गुप्ता ने भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रवज्जलन कर किया। कार्यक्रम में व्यापारियों और अधिकारियों का जीएसटी में आ रही समस्याओं पर संवाद कर समाधान पर परिचर्चा की गई। मुख्य अतिथि राकेश गर्ग ने कहा कि शुरुआत में जीएसटी में भ्रांतियां बहुत थी बाद में सरलीकरण हुआ। आज सब ऑनलाइन है। जीएसटी में कभी-कभी दिक्कते आती है तो सुझावों पर परिवर्तन होते है और नीतियां बनती है। प्रदेश में इस बार 33 लाख करोड़ के निवेश आए है ये वास्तविक अमृत काल है।
विशिष्ट अतिथि एके सिंह ने कहा कि दलाल फेक इनवॉइस के लिए प्रोत्साहित करते है व्यापारी ऑनलाइन व्यापार की रेटिंग भी एक बार जरूर चेक करे और फेक इनवॉइस जारी करने वालो से सावधान रहे। व्यापारी टैक्स जमा कर देते है पर ब्याज जमा नहीं करते है तो नोटिस जारी होता है। जिलाध्यक्ष भुवेश अग्रवाल ने अधिकारियों के समक्ष व्यापारियों की समस्या से अवगत कराते हुए कहा कि व्यापारी के वाहन को जब रास्ते में पकड़ा जाता है तो आधा घंटे में ही पोर्टल पर चढ़ा कर दोगुना टैक्स लगा दिया जाता है बाद में उसे वापस लेने में तमाम तरह की दिक्कतें आती है।
सयुक्त आयुक्त प्रमोद दुबे ने कहा कि जीएसटी पंजीयन निरस्त होने पर अगर प्रार्थनापत्र नहीं दे पाए तो अब 180 दिन का समय व्यापारियों को नए प्रावधान में मिलने जा रहा है। ज्यादा से ज्यादा पंजीयन ले व्यापारी और इसके लिए विभाग भी शिविर लगा कर लोगो को इसके फायदे से अवगत करा रहा है। इससे व्यापारी को दुर्घटना बीमा में बिना किसी प्रीमियम भरे दस लाख का बीमा मिलता है। व्यापारी रिटर्न भरते समय आंकड़े दाखिल करते हुए सावधानी बरते वरना मिस मैच होने की स्थिति में विभाग से नोटिस आयेंगे। सामान्य तौर पर दस महीने तक नोटिस का जवाब नहीं आता तो कार्यवाही के लिए बाध्य होना पड़ता है। ऑनलाइन पोर्टल को नियमित रूप से देखते रहे।
संयोजक सीए निखिल गुप्ता ने बताया कि व्यापारी से कोई गलती हो गई तो सरकार आपको सुधारने का मौका देती है पर गलत किया तो माफ नही किया का सकता है। बिना इनवॉइस के माल बेच दे पर बिना माल के इनवॉइस बेच दे तो सरकार बर्दास्त नही करती है। आप अगर सेक्शन 24 में कवर कर रहे है तो जीएसटी की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। संचालन विजय गुप्ता ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ प्रदेश अध्यक्ष दीपक अग्रवाल, शुभादु पाण्डेय, ऐ सी दुबे, शिव कुमार, बीडी शुक्ला, विजय कुमार चौधरी, चंद्रशेखर वर्मा, अरविंद शुक्ला, प्रभात गुप्ता, राजीव बंसल, संजीव जैन आदि मौजूद रहे।
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