नारी अगर वेद पढ़े तो निश्चित ही होगा परिवार संस्कारित : डॉ. पवित्रा विद्यालंकार
News By : Vimal Kumar
आगरा। महिलाओं को आगे आकर संसार, देश के कल्याण के लिए कार्य करना चाहिए। वैदिक काल मे नारी का क्या स्थान था और आज की स्थिति क्या है, इस पर विचार करने की आवश्यकता है। नारी अगर वेद पढती है तो निश्चित ही उसका परिवार संस्कारित होगा और तभी वह समाज के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी। ये कहना था जिला आर्य प्रतिनिधि सभा की ओर से आरबीएस कॉलेज स्थित राव कृष्णपाल सिंह सभागार में महर्षि दयानन्द सरस्वती के 200वें जन्मोत्सव पर दूसरे दिन महिला सम्मलेन में कन्या गुरुकुल महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. पवित्रा विद्यालंकार का। उन्होंने कहा कि जहां पर नारी का सम्मान होता है, वही देश व समाज आगे बढ़ता है। नारी को समाज के नवनिर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान निभाना होगा तभी एक सभ्य समाज का निर्माण हो पाएगा।
महिला सम्मलेन में शामिल हुई सैकड़ो महिलाएं
महिला सम्मलेन की अध्यक्षता करते हुए शांति नागर ने कहा कि महर्षि दयानंद ने नारी को पुरुष के बराबर का दर्जा दिया। स्त्री जाति के लिए उन्होंने शिक्षा के द्वार खोल दिए। आर्य समाज ने नारी सशक्तिकरण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। यही कारण है कि वर्तमान समय में नारी सभी क्षेत्रों में पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिलकर काम कर रही है। इससे पहले प्रातः सत्र में पांच कुण्डीय यज्ञ में आर्यजनो ने आहुतियां दी। वेद प्रवक्ता स्वामी सम्पूर्णानन्द ने वैदिक ज्ञान की धारा प्रवाहित की। प्रख्यात गायक कंचन कुमार ने आर्यजनो को सौ बार जन्म लेंगे, सौ बार फना होंगे, एहसान दयानन्द के फिर भी ना अदा होंगे.... भारत का कर गया बेड़ पार, वो मस्ताना योगी… जैसे एक के बाद एक भजनो से सभी को भावविभोर कर महर्षि दयानंद का गुणगान किया। सभागार को गुरु बिरजा नन्द दण्डी, स्वामी श्रद्धानन्द , महात्मा हंसराज, पंडित लेखराम, गुरुदत्त विद्यार्थी, महात्मा आनंद स्वामी, स्वामी श्रद्धानन्द आदि महापुरुषों के चित्रों से सजाया गया है।
आज होगा 51 कुण्डलीय महायज्ञ
प्रधान एडवोकेट विजय पाल सिंह चौहान ने बताया कि खंदारी स्थित राव कृष्णपाल सिंह सभागार परिसर में महर्षि दयानन्द सरस्वती के 200वें जन्मोत्सव के समापन पर विश्व कल्याण के लिए 51 कुण्डलीय महायज्ञ किया जायेगा। यज्ञ के बाद आचार्य स्वदेश और आचार्य वागीश का प्रवचन होगा। रविवार को आर्य समाज की वार्षिक स्मारिका का विमोचन भी होगा। संचालन वागीशा आर्य ने किया। धन्यवाद संयोजक सीए मनोज खुराना ने दिया। इस अवसर पर संगीता खुराना, कल्पना अग्रवाल, सुनंदा चौहान, नीलम दीक्षित, शशि सिंह, रितु आर्या, काव्या मित्तल, प्रेमा कनवर, मालती अरोरा, सीमा डेवला, शशि गुप्ता, मिथलेश दुबे आदि मौजूद रही।
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