महर्षि दयानन्द सरस्वती का 200वें जन्मोत्सव : शोभायात्रा में दिया 'कृण्वन्तो विश्वमार्यम्' और 'वेदों की ओर लौटो' का सन्देश
News By : Vimal Kumar
आगरा। आर्य समाज कोई संगठन नहीं बल्कि एक सिद्धांत है। व्यक्ति के शैशव काल से लेकर वृद्धावस्था तक का जीवन मानवोचित बनाने के सारे संदेश आर्य समाज में निहित हैं। ये कहना था जिला आर्य प्रतिनिधि सभा की ओर से आरबीएस कॉलेज स्थित राव कृष्णपाल सिंह सभागार में शुरू हुए तीन दिवसीय महर्षि दयानन्द सरस्वती का 200वें जन्मोत्सव में कुरुक्षत्र से आये वेद प्रवक्ता स्वामी सम्पूर्णान्द जी का। उन्होने आर्य समाज के सिद्धांत की व्याख्या करते हुये कहा कि समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए ही ऋषि दयानंद ने आर्य समाज की स्थापना की थी। आर्य समाज का अनुयायी सामाजिक समानता का पक्षधर है। एकेश्वरवाद की धारणा भी हमारे सिद्धांतों में निहित है।
1500 दीपको से सजाया राव कृष्णपाल सिंह सभागार
कार्यक्रम संयोजक सीए मनोज खुराना ने बताया कि महर्षि दयानन्द की द्वितीया शताब्दी वर्ष पर तीन दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत यज्ञ, शोभायात्रा, दीपोत्सव और भजन-प्रवचन का आयोजन किया गया। जिसमे प्रातः सत्र की शुरुआत आर्य शोभायात्रा में डॉ. पवित्रा विद्यालंकार ने आर्यजनो के साथ यज्ञ की संजीव झांकी में हवन किया। सांय सत्र की शुरुआत भजनोपदेशक कंचन कुमार के भजनों और 1500 दीपको से राव कृष्णपाल सिंह सभागार को सजाया।
शामिल हुए सैकड़ो आर्यजन
प्रधान एडवोकेट विजय पाल सिंह चौहान ने बताया कि सुबह नौ बजे शोभायात्रा आरबीएस कॉलेज से लाजपत कुञ्ज, सेंट पॉल स्कुल, सूर्य नगर, खंदारी हनुमान चौराहा, भागीरथी मार्ग, खंदारी कैम्पस, जेल रोड होते हुए पुनः कार्यक्रम स्थल पर समाप्त हुई। जिसमे आर्यजनो ने वैदिक उद्घोष 'कृण्वन्तो विश्वमार्यम्' (संपूर्ण विश्व को श्रेष्ठ बनाओ), 'वेदों की ओर लौटो' और समाज में व्याप्त कुरीतियों, ढोंग, पाखंड, अंधविश्वासों को दूर करने का सन्देश दिया। शोभायात्रा में शहर की सभी शाखाओं के आर्यजनो ने भाग लिया।
महिला सम्मलेन आज
शनिवार को प्रातः सत्र में 5 कुण्डीय यज्ञ, भजन, प्रवचन और सांय सत्र में चार बजे से महिला सम्मेलन का आयोजन होगा। कार्यक्रम का संचालन अश्वनी आर्य ने किया। इस अवसर पर मंत्री विजय अग्रवाल, कोषाध्यक्ष सुधाकर गुप्त, राजीव दीक्षित, विकास आर्य, वीरेंद्र कनवर, प्रदीप कुलश्रेष्ठ, डॉ. अनुपम गुप्ता, राकेश तिवारी, यतेन्द्र आर्य, भारत भूषण सामा, सीमा डेवला, वीना रानी, मिथलेश दुबे, मालती अरोरा, प्रेमा, संगीता, सुनंदा आदि मौजूद रहे |
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