मनोहारी फूलो की होली की बिखरी अनूठी छटा
News By : Vimal Kumar
आगरा : केंद्रीय हिंदी संस्थान रोड स्थित बम्बई वाली बगीची पर लक्ष्मी नारायण मंदिर में चल रही श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में बुधवार को सुदामा चरित्र, फूलो की होली तथा भागवत व्यास पूजन किया गया । व्यासपीठ से पं. मुकेश चतुर्वेदी ने कहा कि सुदामा के आने की खबर पाकर किस प्रकार श्रीकृष्ण दौड़ते हुए दरवाजे तक गए थे। "पानी परात को हाथ छूवो नाही, नैनन के जल से पग धोये।" अर्थात श्री कृष्ण अपने बाल सखा सुदामा की आवभगत में इतने विभोर हो गए के द्वारका के नाथ हाथ जोड़कर और अंग लिपटाकर जल भरे नेत्रो से सुदामा का हालचाल पूछने लगे।
होरी खेलन आयौ श्याम आज, नटवर नंद किशोर
कथा के सातवे दिन मनोहारी फूलो की होली की ऐसी अनूठी छटा बिखरी कि मौजूद भक्तगण अपलक ही इन दृश्यों को निहारते रहे। होरी खेलन आयौ श्याम आज, नटवर नंद किशोर, नैनन में श्याम समाए गयौ आदि भजनों पर समूचा प्रागंण झूम उठा। अंत में भक्तो ने व्यास पूजन किया । कथा के मुख्य यजमान श्रीभगवान गुप्ता और माया देवी गुप्ता रहे। भागवत कथा में मनोज गुप्ता, संजीव गुप्ता, राजेश गुप्ता, रजनी गुप्ता, सोनाली गुप्ता, रिचा गुप्ता, आकृति, नितिन प्रकाश, अपर्णा, पारस, अंशुमन, कुशाग्र, वैष्णवी, श्रुति, देव प्रकाश आदि ने श्रीमद्भागवत के विश्राम की आरती की ।
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